करें नवग्रहों की उपासना
जीवन में हर मनुष्य ग्रह दोष के कारण किस न किसी परेशानी से घिरा रहता है। किंतु क्या आप जानते हैं कि यदि ग्रहों के उपाय सही प्रकार से किए जाएं तो आप अपने ग्रहों को अनुकूल बनाकर लाभान्वित भी हो सकते हैं। यहां सभी ग्रहों के मंत्रों के संबंध में विशेष जानकारी दी जा रही है। इन मंत्रों से ग्रहों की उपासना करके आप जीवन में सबकुछ हासिल कर सकते हैं।
आइए जानें नवग्रहों के विशेष मंत्र...
सूर्य मंत्र-
* ॐ ह्रीं ह्रों सूर्याय नम:।
चन्द्रमा मंत्र-
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
मंगल मंत्र-
ॐ हूं श्री मंगलाय नम:। बुध मंत्र-
ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नम:।
बृहस्पति मंत्र-
ॐ ह्रीं क्लीं हूं बृहस्पतये नम:।
शुक्र मंत्र-
ॐ ह्री श्रीं शुक्राय नम:।
शनि मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नम:।
राहु मंत्र-
ॐ ऐं ह्रीं राहवे नम:।
केतु मंत्र-
ॐ ह्रीं ऐं केतवे नम:।
इन मंत्रों से नौ ग्रहों की उपासना करने से जीवन में सुख-शांति मिलती है तथा ग्रह देवता प्रसन्न होकर धन-वैभव, सुख-संपत्ति तथा लंबी आयु प्रदान करते हैं।